भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी जंग में अहम भूमिका निभाने वाले गांधीवादी अन्ना हजारे वर्ष 2011 में सर्वाधिक सुर्खियों में रहे। उन्होंने चर्चित हस्तियों की दौड़ में क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर और महानायक अमिताभ बच्चन को भी पीछे छोड़ दिया। इतना ही नहीं अन्ना के आंदोलन को भी लोगों ने वर्ष की सबसे बड़ी घटना माना। दुनिया के पहले हिन्दी पोर्टल वेबदुनिया के सर्वेक्षण-2011 में कुछ इसी तरह के परिणाम सामने आए। यह सर्वेक्षण वेबदुनिया की सभी भाषाओं में किया गया, जिसमें हजारों पाठकों ने भाग लिया।हजारे की हुंकार : गांधीवादी तरीके से अनशन कर देश की सरकार को हिलाने और लोकपाल बिल लाने के लिए मजबूर करने वाले अन्ना 67.55 फीसद मत हासिल कर भारत की सबसे चर्चित हस्ती बने, जबकि उनके खिलाफ जुबानी तीर चलाने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजयसिंह इस श्रेणी में मात्र 0.39 प्रश वोट हासिल कर नौवें स्थान पर रहे। सचिन तेंडुलकर, अमिताभ बच्चन, नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी इस श्रेणी में क्रमशः दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर रहे।
एक युवक का थप्पड़ खाने वाले राकांपा नेता शरद पवार आखिरी पायदान पर रहे। भ्रष्टाचार के खिलाफ बीते वर्ष में लोगों की नाराजी कुछ ज्यादा ही देखने को मिली। यही कारण है कि 66 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने अन्ना के आंदोलन को वर्ष की सबसे बड़ी घटना माना। इसी कड़ी में 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले (15.89 प्रश) को लोगों ने दूसरी सबसे बड़ी घटना माना। मुंबई बम विस्फोट तीसरी और बंगाल में वामपंथी सत्ता का अंत चौथी सबसे बड़ी घटना रही।
एक युवक का थप्पड़ खाने वाले राकांपा नेता शरद पवार आखिरी पायदान पर रहे। भ्रष्टाचार के खिलाफ बीते वर्ष में लोगों की नाराजी कुछ ज्यादा ही देखने को मिली। यही कारण है कि 66 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने अन्ना के आंदोलन को वर्ष की सबसे बड़ी घटना माना। इसी कड़ी में 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले (15.89 प्रश) को लोगों ने दूसरी सबसे बड़ी घटना माना। मुंबई बम विस्फोट तीसरी और बंगाल में वामपंथी सत्ता का अंत चौथी सबसे बड़ी घटना रही।
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