Wednesday, 8 February 2012

मां करणी देवी मंदिर


मां करणी देवी मंदिर, जिसे चूहों वाला मंदिर भी कहा जाता हैबीकानेर(प्रैसवार्ता)। मां अपने हर रूप में कल्याणकारी होते हुए अपने श्रद्धालु गण पर कृपा करके उनके दुखों को दूर करती है तथा माता का हर रूप चमत्कारी तथा मनोहरी होता है। भारतवर्ष में अनेकों ऐसे धार्मिक स्थल है, जहां मां चमत्कारी मूर्ति के रूप में विराजमान है, जहां बार-बार जाने को मन करता है। ऐसे धार्मिक स्थलों में राजस्थान के बीकानेर से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर जोधपुर रोड़ पर स्थिति एक ग्राम देश नोक में मां करणी देवी का मंदिर है, जिसे चूहों वाला मंदिर भी कहा जाता है। लोगों की मान्यता है कि मां करणी देवी साक्षात मां जगदंबा की अवतार है और करीब 650 वर्ष पूर्व, जिस स्थान पर भव्य मंदिर बना हुआ है, वहां एक गुफा में रहकर मां ईष्ट देव की पूजा किया करती थी, जो आज भी मंदिर में स्थित है। मां के ज्योतिलीन होने पर उनकी इच्छानुसार उनकी मूर्ति की इस गुफा में स्थापना की गई है। मां के आर्शीवाद से बीकानेर और जोधपुर राज्य की स्थापना हुई। मां के भक्त पूरे देशभर में है, जो समय-समय मां के दर्शन को देशनोक आते है।

चूहों की धमा चौकड़ी से पैदल चलने से लोग घबरा जाते है और अपने कदमों को घसीटते हुए मां करणी देवी की मूर्ति के समक्ष पहुंचते है। चूहे पूरे प्रांगण में मौजूद रहकर भक्तों के शरीर पर कूद-फांद करते है, मगर किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते। चील, गिद्ध और दूसरे मांसाहारी जानवरों से चूहों की सुरक्षा के लिए मंदिर में खुले स्थानों पर बारीक जाली लगी हुई है। ऐसी भी यहां मान्यता है कि भाग्यवान लोगों को ही यहां सफेद चूहों के दर्शन होते है, जिन्हें शुभ माना जाता है। इस मंदिर में प्रात: पांच से सात बजे तक आरती समय चूहों का जुलूस देखने योग्य होता है। बताया जाता है कि 1595 की चैत्र में शुक्ल पक्ष की नवमी को करणी मां ज्योतिलीन हुई, तभी से मां की पूजा हो रही है। मां करणी के सौतले पुत्र की कुएं में गिरने से मृत्यु होने पर मां ने यमराज से पुत्र को जीवित करने की मांग की, तो यमराज ने मां के पुत्र को जीवित कर दिया, मगर एक चूहे के रूप में। तभी से यह माना जाता है कि मां करणी के वंशज मृत्यु उपरांत चूहे बनकर जन्म लेते है और इस मंदिर में स्थान पाते है। नवरात्रों पर वहां एक विशाल मेला लगता है, जिसमें देश भर से श्रद्धालु दर्शन करने तथा मन्नते मांगते है। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए मंदिर के पास धर्मशालाएं भी है।-चंद्र मोहन ग्रोवर(प्रैसवार्ता)

Sunday, 5 February 2012

जल है जीवन की तरंग

पानी का हमारे जीवन में क्या महत्व है, इस बात को कोई भी झुठला नहीं सकता। पानी के बिना सृष्टि का निर्माण नहीं किया जा सकता, क्योंकि जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन की क ल्पना ही नहीं की जा सकती। आज यदि हमें यह कहा जाए कि किस समस्या का सामना हमें सबसे ज्यादा करना पड़ रहा है तो हमारा जवाब होगा कि पानी की समस्या हमारे लिए एक निंदनीय बनता जा रहा है। महंगाई की समस्या के साथ शायद हम जूझ सकेंंं लेकिन पानी की समस्या का सामना करना हमारे बस में नहीं है। पानी का स्तर आज इतना नीचे पहुंच गया है कि यह स्तर लुप्त होने के कगार पर खड़ा है। इस स्तर को हम कब खो दे इस बात का हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते। यह समस्या केवल एक व्यक्ति की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे देश की समस्या बनती जा रही है। गुजरात, महाराष्ट्र तथा दिल्ली जैसे क्षेत्रों में पीने के लिए पानी भी कीमत चुकाकर लेना पडता है। जब इन क्षेत्रों में पानी की इतनी कमी हो तो आने वाले समय में आप इस आत का अंदाजा लगा सकते हैं कि पानी की कितनी कमी खल सकती है। एक दिन ऐसा समय आएगा, जब पानी की एक-एक बूंद के लिए व्यक्ति को मोहताज होना पड़ सकता हैे। वो समय दूर नहीं जब पानी के लिए भाई भाई का दुश्मन बन जाएगा। पानी के गिरते हुए स्तर का सबसे बड़ा कारण यह है कि घरों व फैक्ट्रियों में पानी का बहुत अधिक मात्रा में दुरूपयोग किया जा रहा है। आप ने कभी इस बात का अंदाजा लगाया है कि जो पानी आप व्यर्थ में बहा देते हैं, वह पानी कितने लोगों के काम आ सकता है। उस बहे हुए पानी की एक-एक बूंद से कितने लोगों की जि़ंदगी को बचाया जा सकता है। पानी की इस बढ़ती कमी के कारण क्या संकट पैदा हो सकता है इस बात का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। आज हमें इस बात की शपथ लेनी होगी कि पानी का व्यर्थ प्रयोग नहीं करेंगे तथा पानी की अधिक मात्रा को बचाकर रखेंगे। हम केवल स्वयं पानी की बचत नहीं करेंगेे बल्कि दूसरों को भी इसकी बचत के लिए पे्ररित करेंगे। यदि कोई व्यक्ति पानी का दुरूपयोग करता है तो हमारा कर्तव्य बनता है कि हम उसे इसकी कमी का ज्ञान करवाएं ताकि वह पानी के दुरूपयोग को कम करे। लोगों को जागरूक करके ही हम पानी की कमी से होने वाली इस समस्या से बच सकते हैं। इस समस्या से बचकर ही हम राष्ट्र को समृद्ध तथा विकसित देश बना सकते हैं।

Wednesday, 1 February 2012

सिरसा के उपायुक्त डा0 जे गणेसन ने किए निरीक्षण


 बकरियांवाली गांव में बने कचरा प्रबन्धन प्लांट को सुचारू रूप से चलाने तथा नवीनीकरण पर एक करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। यह जानकारी सिरसा के उपायुक्त डा0 जे गणेसन ने कचरा प्रबन्धन प्लांट का निरीक्षण करते हुए दी। राज्य सरकार द्वारा प्लांट के नवीनीकरण हेतू एक करोड़ रुपए की राशि की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान प्लांट की पूरी प्रक्रिया को देखा और नगरपरिषद के अधिकारियों तथा प्लांट को संचालित कर रही निजि कम्पनी के कर्मचारियों से बातचीत की। यह कचरा प्रबन्धन प्लांट सिरसा में वायुसेना के विमानों की उड़ान की सुरक्षा के मद्देनजर स्थापित किया गया है। हरियाणा में इस तरह के दो प्लांट सिरसा व अम्बाला में स्थापित किए गए हैं।  
फोटो कैप्शन :
सिरसा के उपायुक्त डा0 जे गणेसन गांव बकरियांवाली में बने कचरा प्रबन्धन प्लांट का निरीक्षण करते हुए।
उपायुक्त ने बताया कि इस कचरा प्रबन्धन प्लांट में एकत्रित कुड़े की छंटाई कर जैविक खाद बनाए जाने का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके साथ-साथ वर्मी कम्पोस्ट भी तैयार किया जाएगा। प्लांट में पहले से ही वर्मी कम्पोस्ट के लिए सभी ढांचागत सुविधाएं मुहैया हैं। इसक साथ-साथ प्लांट में बने जैविक व वर्मीकम्पोस्ट खाद की बिक्री की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था को और दुरूस्त करके शहर से  ज्यादा से ज्यादा कचरा बकरियांवाली प्लांट में भेजा जाएगा जिससे शहर की सफाई प्रणाली में सुधार आएगा और प्लांट भी सुचारू रूप से कार्य करेगा।
उन्होंने नगरपरिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में जहां कही भी डस्टबीन और स्थाई डस्टबीन रखने की जरूरत है तुरन्त प्रभाव से रखवाएं जाए। उन्होंने शहर के आधा दर्जन स्थानों पर सीमेंट के डस्टबीन बनवाने की बात भी कही। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि शहर में कहीं भी कुड़ा-कचरा इधर-उधर पड़ा दिखाई नहीं देना चाहिए। शहर में उन्होंने बेगू रोड़, काठमण्डी, रानिया रोड़, बाईपास, डबवाली रोड़ व अन्य जगहों का दौरा किया और अधिकारियों से कहा कि तुरन्त प्रभाव से शहर की सफाई व्यवस्था दुरूस्त हो।
उपायुक्त ने शहर के विभिन्न बाजारों से अतिक्रमण हटाने बारे भी नगर परिषद अधिकारियों को निर्देश दिया और कहा कि सभी दुकानदारों को सूचित करें कि वे शीघ्र ही दुकानों के बाहर सड़कों पर पड़े सामान को हटाएं। इसके साथ-साथ उन्होंने शहर में विभिन्न जगहों पर रेता बजरी भी हटवाने के आदेश दिए। उन्होंने दुकानदारों से भी अपील की कि वे तुरन्त प्रभाव से सड़कों से अपना सामान हटाएं अन्यथा दुकानदारों के चालान किए जाएंगे और सामान जबत कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे इस सूचना को चेतावनी भी समझें।
नगरपरिषद के अभियन्ता श्री पालाराम ने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था के सभी प्रबन्ध चाक चौबंद कर लिए गए हैं और अतिक्रमण हटाने बारे दुकानदारों को नोटिस दिया जा रहा है। इसके साथ-साथ दुकानदारों के सामान की वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने के लिए दुकानदारों को पांच दिन का समय दिया जा रहा है उसके बाद हरियाणा म्यूनिसिपल एक्ट 1973 की धारा 182 के तहत कार्यवाही करके चालान किए जाएंगे।
उन्होंने शहर में सीवर व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस कार्य को अति प्राथमिकता से करवाएं और शहर में कहीं भी सीवर जाम नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीवर जाम होने से ओवरफलो हो जाते हैं जिससे सड़क टूटती रहती है । जहां कही भी इस प्रकार की समस्या आएगी इसके लिए सम्बन्धित अधिकारियों की जिम्मेवाली सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने विशेष रूप से हुडा ग्रीन बैल्ट के बाईपास पर सामान्य अस्पताल की ओर जाने वाली बाईपास सड़क पर सीवर के कार्य को और तेजी से करवाने के निर्देश दिए। इसके साथ-साथ सड़क  मरम्मत के लिए भी हुडा के अधिकारियों को आदेश दिए।

पत्रकार सम्मेलन


 लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में कर्नल रंजन मनोचा निदेशक सेना भर्ती कार्यालय मिल्ट्री कैंट हिसार ने पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि आगामी  12  से 21 फरवरी, 2012 तक सेना में खुली भर्ती रैली के माध्यम से सिपाही क्लर्क, स्टोर कीपर तकनीकी, सेना सुरक्षा सिपाही, रिलिजियस टीचर(धर्म गुरू) तथा सिपाही सामान्य ड्यूटी पदों के लिए भर्ती हिसार के महाबीर स्टेडियम में होगी।
उन्होंने कहा कि सिरसा जिला के युवाओं के लिए 15 फरवरी को भर्ती का आयोजन होगा। इन पदों के लिए की जाने वाली खुली भर्ती में सामान्य श्रेणी के साथ सभी सेवारत सैनिकों व पूर्व सैनिकों एवं युद्ध विधवाओं के आश्रितों व एनसीसी प्रमाण पत्र प्राप्त और खिलाड़ी उम्मीदवार भर्ती में भाग लेने के पात्र होंगे। उन्होंने बताया कि इस खुली भर्ती में  हिसार, जींद, फतेहाबाद तथा सिरसा जिलों के जवान भाग ले सकेंगे। सेना में विभिन्न पदों के लिए विभिन्न जिलों के उम्मीदवारों की भर्ती की तिथियां अलग-अलग निर्धारित की गई हैं।
कर्नल मनोचा ने कहा कि 12 फरवरी को सिपाही क्लर्क व स्टोर कीपर पदों की भर्ती में केवल जींद जिला के उम्मीदवार भाग लेंगे। इन उम्मीदवारों मेंं सामान्य श्रेणी के साथ सेवारत सैनिकों व पूर्व सैनिकों, युद्ध विधवाओं के पुत्र तथा एनसीसी प्रमाण पत्र प्राप्त व खिलाड़ी शामिल हैं।  इसी दिन डिफैंस सिक्योरिटी सिपाही  पदों के लिए गुडग़ांव, मेवात, पलवल तथा फरीदाबाद को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों व केन्द्र प्रशासित प्रदेश चण्डीगढ के उम्मीदवार भर्ती में भाग ले सकेगे। 12 फरवरी को ही धर्म गुरू व हवलदार सर्वेयर के पद के लिए गुडग़ांव, मेवात, पलवल, फरीदाबाद जिलों तथा केन्द्र शासित प्रदेश चण्डीगढ को छोड़कर पूरे हरियाणा राज्य सहित हिमाचल प्रदेश के उम्मीदवार भाग ले सकेंगे।
भर्ती निदेशक श्री मनोचा ने कहा कि 13 फरवरी को फतेहाबाद जिला के जवानों के लिए सिपाही क्लर्क व स्टोर कीपर के पदों के लिए भर्ती आयोजित की जाएगी, जबकि इसी पद के लिए  14 फरवरी को हिसार व 15 फरवरी को सिरसा जिला के जवानों के लिए भर्ती का आयोजन होगा। इन पदों के लिए की जाने वाली खुली भर्ती में सामान्य श्रेणी के साथ सभी सेवारत सैनिकों व पूर्व सैनिकों एवं युद्ध विधवाओं के आश्रितों व एनसीसी प्रमाण पत्र प्राप्त और खिलाड़ी उम्मीदवार भर्ती में भाग लेने के पात्र होंगे।
कर्नल मनोचा ने बताया कि सामान्य ड्यूटी सिपाही पदों के लिए भर्ती 16 से 19 फरवरी तक की जाएगी, इसमें 16 फरवरी को जिला जींद, 17 फरवरी को फतेहाबाद व सिरसा, 18 फरवरी को जींद, हिसार, फतेहाबाद व सिरसा के सिख एवं मजहबी एवं रामदासिया सिख के उम्मीदवार भर्ती में भाग ले सकेंगे, जबकि 19 फरवरी को  सिपाही सामान्य ड्यूटी पदों के लिए आयोजित भर्ती में केवल हिसार जिला के उम्मीदवार भाग ले सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन सभी भर्तियों में सामान्य श्रेणी के साथ सेवारत सैनिक, पूर्व सैनिक, युद्ध युद्धवाओं के आश्रितोंं सहित एनसीसी प्रमाण पत्र व खिलाड़ी उम्मीदवार भाग लेने के योग्य होंगे। इस भर्ती रैली में शारीरिक दक्षता में सफल उम्मीदवारों की डाक्टरी जांच 20 व 21 फरवरी को हिसार के महाबीर स्टेडियम में ही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि डाक्टरी जांच में सफल धर्म गुरू व सर्वेयर पदों के सफल उम्मीदवारों की सामान्य प्रवेश परीक्षा आगामी 26 फरवरी को व सिपाही सामान्य ड्यूटी व क्लर्क तथा स्टोर कीपर पदों के सफल उम्मीदवारों की सामान्य प्रवेश परीक्षा आगामी 29 अप्रैल को हिसार के मिल्ट्री स्टेशन में की जाएगी।
कर्नल ने सेना भर्ती के लिए शारीरिक मापदण्ड बारे जानकारी देते हुए बताया कि सामान्य डयूटी सिपाही पद के लिए उम्मीदवार 45 प्रतिशत अंकों के साथ मैट्रिक पास या इससे अधिक होना अनिवार्य है। प्रार्थी की लम्बाई 170 सैंटीमीटर, वजन 50 किलो तथा छाती 77 से 82 सैंटिमीटर तथा आयु साढे सतरह से 21 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। इसी प्रकार सिपाही क्लर्क व स्टोर कीपर तकनीकी के लिए आयु साढे सतरह से 23 वर्ष, कद 162 सैंटिमीटर वजन 50 किलो तथा छाती 77 से 82 सैंटिमीटर  होनी चाहिए तथा शैक्षणिक योग्यता में 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं पास हो और प्रत्येक विषय में 40 प्रतिशत से कम अंक ना हों।
उन्होंने कहा कि सेना में खुली भर्ती में भाग लेने के इच्छुक उम्मीदवार अपने कान अवश्य साफ करवा कर आएं तथा अन्य शारीरिक जांच करवा कर आएं। उन्होंने कहा कि 2011 में चार जिले सिरसा, फतेहाबाद, जींद तथा हिसार जिलों के युवाओं के लिए सिरसा के शहीद भगत सिंह खेल स्टेडियम में भर्ती का आयोजन किया गया था जिसमें जिला प्रशासन तथा आमजन ने पूर्ण सहयोग दिया था। उन्होंने कहा कि अब सेना की खुली भर्ती हिसार के महाबीर स्टेडियम में की जा रही हैै। यह भर्ती पूरी तरह से पारदर्शिता, ईमानदारी तथा साफ सुथरी प्रणाली से की जाएगी। उन्होंने कहा कि योग्य उम्मीदवारों को भर्ती किया जाएगा। आने वाले वर्षो में भर्ती किए गए उम्मीदवारों के हाथों में देश की सुरक्षा का जिम्मा होगा इसलिए स्वच्छ छवि, पात्र व योग्यता के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे बिचौलिए एवं दलालों के चंगुल में न आएं क्योंकि भर्ती प्रक्रिया पूरी इमानदारी से की जाएगी। भर्ती प्रक्रिया में दलालों व बिचौलियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि सेना में खुली भर्ती में भाग लेने वाले युवाओं के शरीर के किसी भी अंग पर टैटू नहीं होना चाहिए। अगर किसी युवा के शरीर टैटू खुदा हुआ है तो वे टैटू को साफ करवाकर ही भर्ती में भाग लें।

Tuesday, 31 January 2012

चार महीने बाद अपने बिछड़े हुए परिवार से मिलवाया



सिरसा-भाई कन्हैया आश्रम में एक ओर महिला को चार महीने बाद अपने बिछड़े हुए परिवार से मिलवाया है। आश्रम संचालक गुरविंद्र सिंह ने बताया कि बीते वर्ष 15 अक्तूबर को सिरसा के खैरपुर  क्षेत्र से एक प्रौढ महिला को लावारिस हालत में घूमते हुए देख कर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने इस महिला को कन्हैया आश्रम में भिजवा दिया। उन्होंने बताया कि आश्रम में मनोरोग विशेषज्ञ डा. अमित नारंग ने इस महिला का उपचार किया तथा आश्रम के सेवादारों ने इसकी देखभाल की। उपचार के बाद इस महिला ने अपनी पहचान दलजीत कौर निवासी गिदडबाहा के रूप में करवाई। दलजीत कौर ने बताया कि उसके बेटे अरविंद्र की गिदड़बाहा बस अड्डे के पास कपड़े की दुकान है। इस पहचान के आधार पर आश्रम के सेवादार गुरमीत सिंह, बलराज सिंह बाजवा तथा गुरविंद्र सिंह इस महिला के साथ गिदडबाहा गए जहां दलजीत कौर ने अपना घर पहचान लिया। जैसे ही दलजीत कौर के घर पर दस्तक दी गई तो उसकी बेटी मनदीप कौर ने दरवाजा खोला और मां बेटी एक दूसरे को देखकर खुशी से झूम उठी। मनदीप कौर ने बताया कि करीब छह माह पहले उसकी मां दलजीत कौर मानसिक रूप से बीमार होकर घर से गायब हो गई थी तथा उनका पूरा परिवार अपनी मां को ढूंढकर थक गया। उन्होंने बताया कि अभी वे तलाश कर रहे थे और सबकुछ भगवान के भरोसे छोड़ा हुआ था आज भगवान ने उनकी सुन ली और फिर से परिवार में खुशियां लौट आई। मनदीप कौर ने भाई कन्हैया आश्रम व मानव सेवा ट्रस्ट संचालकों का दिल से आभार व्यक्त किया है।

Monday, 30 January 2012

कौन बनेगा करोडपति


पहले कौन बनेगा
करोडपति में पांच करोड़ का इनाम जीतने वाले सुशील कुमार करोड़पतियों मेंशामिल हुए और अब एक और आम आदमी पंजाब स्टेट लोटरी के लोहरी बम्पर से एक करोड़ का इनाम जीत कर करोडपतियो की फेहरिस्त में शामिल हो गया.सिरसा की कालांवाली मंडी के भगत राम को जब इनाम निकलने की खबर लगी तो उसकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा.आज सारा कालांवाली उसकी ख़ुशी में ख़ुशी मना रहा है



.वही कालांवाली के लोगो की ख़ुशी के लिए भगत राम ने भी केक काट कर अपनी ख़ुशी का इज़हार किया और लोगो ने भी ढोल नगाडो के साथ नाच कर उसकी ख़ुशी को अपने साथ साँझा किया.वही कालांवाली मंडी में लड्डू और गुलाबजामुन बांटे जाने का दौर अभी भी जारी है और जशन मनाये जा रहे हैं .भगत राम ने बताया कि वो पिछले
15 सालो से लाटरी खरीद रहा है और आज भगवान ने उसकी सुन ली और उसे इनाम
में एक करोड़ की राशी मिली है,जिस से वो बहुत खुश है.अपनी ख़ुशी ज़ाहिर
करते हुए भगत राम ने कहा की वो करोडपति बनने के बाद भी अपनी पुराना सब्जी
बेचने का धंदा नहीं छोड़ेगा वो उसी प्रकार सब्जी की रेहड़ी लगाता
रहेगा.वही भगत राम ने कहा की इनाम की रकम से जहा वो अपने परिवार के लिए
घर बनाएगा वही बच्चो के लिए अच्छी शिक्षा का भी प्रबंध करेगा.इसके साथ ही
भगत राम ने कहा की वो रकम को किसी भी गलत काम में नहीं उडाएगा बल्कि इससे
धार्मिक और समाज की भलाई के लिए भी कुछ खर्च करेगा. भगत राम ने बताया कि
इनाम कि राशी उसे तीन महीने के भीतर मिल जाएगी और इसके बाद आगे से वो कभी
भी लाटरी नहीं खरीदेगा .सब्जी की रेहड़ी लगाने वाला भगत राम भगत राम करोडपति
होने के बाद भी सब्जी बेचने का धंदा नहीं छोड़ना चाहता.पंजाब स्टेट लोटरी
के लोहरी बम्पर से एक करोड़ का इनाम जीतने वाला भगत राम ख़ुशी से फुला
नहीं समा रहा और वो तमाम मंडी वालो को लड्डू बाँट कर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर
कर रहा है.भगत राम का कहना है की लोटरी की रकम मिलने पर सबसे पहले वो
अपने परिवार के लिए एक घर बनाएगा वही अपने बच्चो को भी बेहतर शिक्षा भी
दिलाएगा.कालांवाली में स्टेशन के सामने स्थित शनि मंदिर के नज़दीक रहने
वाले भगत राम के परिवार के दिन अब बदल चुके हैं उसके परिवार में उसकी माँ
के इलावा उसकी पत्नी और तीन बच्चे हैं जिसमे दो लड़कियां और एक लड़का
है.बड़ी लड़की को आर्थिक तंगी के चलते पढ़ाई छोडनी पड़ी लेकिन अब वो फिर से
अपनी पढ़ाई शुरू कर सकेगी वही बाकि दो बच्चो को भी अच्छी शिक्षा दिला
सकेगा भगत राम.भगत राम तो करोडपति बनने पर खुश है ही लेकिन उसके संगी
साथी भी उसके करोडपति बनने की ख़ुशी में खुश नज़र आ रहे हैं.वो पिछले 15 सालो से लाटरी खरीद रहा है और आज भगवान ने उसकी सुन ली और उसे इनाम में एक करोड़ की राशी मिली है,जिस से वो बहुत खुश है.अपनी ख़ुशीज़ाहिर करते हुए भगत राम ने कहा की वो करोडपति बनने के बाद भी अपनी पुराना
सब्जी बेचने का धंदा नहीं छोड़ेगा वो उसी प्रकार सब्जी की रेहड़ी लगाता
रहेगा.वही भगत राम ने कहा की इनाम की रकम से जहा वो अपने परिवार के लिए
घर बनाएगा वही बच्चो के लिए अच्छी शिक्षा का भी प्रबंध करेगा.इसके साथ ही
भगत राम ने कहा की वो रकम को किसी भी गलत काम में नहीं उडाएगा बल्कि इस
से धार्मिक और समाज की भलाई के लिए भी कुछ खर्च करेगा. भगत राम ने बताया
कि इनाम कि राशी उसे तीन महीने के भीतर मिल जाएगी और इसके बाद आगे से वो
कभी भी लाटरी नहीं खरीदेगा .



भगत राम की पत्नी ममता ने कहा कि अब तक वो एक ही कमरे में
गुजारा कर रहे थे लेकिन लाटरी निकलने से उनका अपना खुद का घर बनाने का
सपना सच हो पायेगा,वही बच्चो को भी बेहतर शिक्षा दिलवा पाएंगे.ममता ने
कहा कि उनकी लाटरी निकलने कि ख़ुशी में बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ
है और लोग मिठाइयाँ बाँट कर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर कर रहे हैं.वही भगत राम की माँ शांति देवी ने कहा कि बेटे की लाटरी निकलने से वो
बहुत खुश है आज उसकी वजह से पुरे क्षेत्र ने उनका नाम हुआ है और घर की
तंगी दूर हुई है. शांति ने कहा कि पूरी जिंदगी उन्होंने आर्थिक तंगी में
गुजारी है ,इसी तंगी के चलते पढाई भी छोडनी पड़ी .शांति देवी ने कहा कि अब
लाटरी कि रकम से जहा बच्चो की पढ़ाई का प्रबंध किया जायेगा वही अपने
भाई,बहनों को भी मदद भी कर सकेंगे.

राम के भागीदार लालू ने बताया कि वो भगत राम को लाटरी के लिए मना करते थे
लेकिन भगवान की मर्ज़ी से उसे इतनी बड़ी रकम लाटरी में निकली है तो वो
बहुत खुश है और अपनी ख़ुशी को ज़ाहिर करने के लिए वो मिठाइयाँ बाँट रहा
है.लालू ने कहा की भगत राम की वजह से लोग अब उसे भी जानने लग गए हैं
वेरना उसे कौन जानता था. सब्जी बेचने वाले भगत राम को एक करोड़ का इनाम निकलने की चर्चा पुरे
इलाके में है और लोग भी एक आम आदमी को लाटरी निकलने के बाद उसे बधाईयाँ
देने के लिए उसके घर पहुँच रहे हैं वही मिठाइयाँ बांटने का दौर भी जारी है.


अपने अंदर की बुराईयों को खत्म करों, मिलेगी आपकों खुशियां

सिरसा(मनोज अरोड़ा)। एक सच्चे मुरीद के लिए इससे बड़ा कोई  त्यौहार हो नहीं सकता, जिसमें कुलमालिक ने जन्म लिया हो और जिसे साध-संगत बुराइयां त्यागने के रूप में मनाएं यह अपने आप में बेमिसाल है। उक्त उद्गार रविवार को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित मासिक रूहानी सत्संग को सम्बोधित करते हुए पूज्य संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने कहे। इस अवसर पर पूज्य गुरूजी ने हजारों जीवों को गुरूमंत्र देकर बुराइयां न करने की शपथ दिलवाई गई। वहीं इस मौके पर पूज्य गुरू जी ने साधसंगत द्वारा लिखकर भेजे गए सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। 
शाह सतनाम जी धाम में आयोजित मासिक रूहानी सत्संग के भजन 'रूह गदगद हो गई है दातेया दर्शन करके तेरे' की व्याख्या करते हुए पूज्य संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने कहा कि साधसंगत इस पावन अवतार माह के महायज्ञ में अपनी अंदर की बुराइयों की आहुति डाल रही है और बुराइयों का नाश हो रहा है। पूज्य गुरू जी ने कहा कि जैसे-जैसे इंसान अपने अंदर की बुराइयों को नष्ट कर देता है तो उसे वो खुशियां मिलती है जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की होती। पूज्य गुरूजी ने कहा कि जो इंसान अपने सतगुरू के वचनों पर अमल करता है तो सतगुरू भी कोई कमी नही छोड़ता और उनकी खाली झोलियों को लबालब भर देता है। पूज्य संत जी ने कहा कि आज के इंसान की यह फितरत बन चुकी है कि अगर उसकी एक इच्छा पूरी नही होती तो पहले पूरी हुई सभी इच्छाओं को भूल जाता है और मालिक, अल्लाह, वाहेगुरू, गॉड, खुदा व रब्ब वचनों को मानना बंद कर देता है। मनमत्ते चलता है जिस कारण उसे बहुत दुख उठाने पड़ते है। इसलिए साध संगत को चाहिए कि वह गुरू के कहें अनुसार ही चले ताकि उसे दुखों, परेशानियों से छुटाकरा मिल सकें। पूज्य गुरू जी ने कहा कि इंसान जब तक सत्संग में चलकर नही आता तो उसे अच्छे-बुरे का पता नही चलता और जब वह सत्संग में आता है और सुनकर वचनों पर अमल करते है तो खुशियों से मालामाल हो जाता है। पूज्य गुरू जी ने मांसाहार व नशों की बुराइयां बतलाते हुए उनका त्याग करने का आह्वान करते हुए कहा कि इंसान का शरीर शाकाहारी है इसलिए इंसान को मांस, अण्डे का सेवन नही करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इंसान को नशों से दूर रहना चाहिए क्योंकि नशें घरों के घर बर्बाद कर देते है। अगर आप ने नशा करना ही है तो अल्लाह, वाहगुरू, गॉड, खुदा रब्ब के नाम का करो, जो एक बार चढ़ गया तो कभी उतरेगा नही। इस मौके पर अनेक जोड़े सादगी पूर्ण ढ़ंग से दिलजोड़माला पहनाकर शादी के बंधन में बंधे। वहीं इस मौके पर सभी नवविवाहित जोड़ों के परिजनों ने जीते जी गुर्दादान, मरणोंपरांत आंखेंदान, शरीरदान के लिखित में फार्म भरे। सत्संग की समाप्ति पर हजारों नए जीवों को गुरूमंत्र देकर उन्हें बुराईयां न करने की शपथ दिलवाई गई।